कक्षा 11वीं विषय-जीव विज्ञान (प्रेक्टिकल) |
प्रायोगिक परीक्षा योजना-परीक्षा के समय प्रत्येक विद्यार्थी से प्रयोग आवश्यक रूप से करवाया जाए। |
प्रयोगों की सूची |
1.खण्ड (अ) स्थानीय रूप से उपलब्ध तीन सामान्य पुष्पीय पौधों (सोलैनेसी, फैबेसी और लिलिएसी का कोई एक-एक पौधा) का अध्ययन एवं वर्णन, विच्छेदन और पुष्प विन्यास और एंथर तथा कक्षों की संख्या दर्शाने के लिए अण्डाशय का प्रदर्शन। जड़ों के प्रकार (मूसला तथा अपस्थानिक), तना (शाकीय और काष्ठीय), पत्ती (व्यवस्था, आकार, शिराविन्यास, सरल अथवा संयुक्त) |
2. द्विबीजपत्री और एकबीजपत्री जड़ों और तनों की अनुप्रस्थ काट की अस्थाई स्लाइड तैयार करना और उनका अध्ययन करना। |
3. परासरणमापी द्वारा आलू में परासरण प्रक्रिया का अध्ययन करना। |
4 . एपिडर्मिस के छिलकों में प्लाज्मोलाइसिस का अध्ययन करना। (उदाहरण : रिहो पत्तिया) |
5. पत्तियों की ऊपरी एवं निचली सतहों पर रन्ध्रों के वितरण का अध्ययन करना। |
6. पत्तियों की ऊपरी एवं निचली सतहों पर वाष्पोत्सर्जन की दर का तुलनात्मक अध्ययन करना। |
7. शर्करा, स्टार्च, प्रोटीन और वसा की उपस्थिति के लिये परीक्षण करना। |
8. उपयुक्त पादप एवं जन्तु पदार्थों में इनकी मौजूदगी ज्ञात करना। |
9. पेपर क्रोमैटोग्राफी द्वारा पादप वर्णकों को पृथक करना। |
10. पुष्प-मुकुलों/पत्तियों के ऊतकों और अंकुरणशील बीजों में श्वसन की दर का अध्ययन करना। |
11. मूत्र के नमूने में यूरिया की उपस्थिति ज्ञात करना। |
12. मूत्र एवं रक्त के नमूने में शर्करा की उपस्थिति ज्ञात करना। |
13. मूत्र के नमूने में एल्ब्यूमिन की उपस्थिति ज्ञात करना। मूत्र के नमूने में पित्त लवणों की उपस्थिति ज्ञात करना। |
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